दीपक में अगर नूर ना होता SHARE FacebookTwitter दीपक में अगर नूर ना होता; तन्हा दिल यूँ मजबूर ना होता; मैं आपको "ईद मुबारक" कहने जरूर आता; अगर आपका घर इतना दूर ना होता। ईद मुबारक! SHARE FacebookTwitter
हर बार की तरह इस बार भी 'आंसू' बहाऊंगा; तुम मुझसे दूर हो तो मैं कैसे ये 'ईद' मनाऊंगा; एक तरफ 'ईद' की ख़ुशी और एक तरफ 'तेरा' गम; छोड़ी है बात 'तुम' पे तुम ही 'जानों;' मैं अपने अ.......Read Full Message
आज खुदा की हम पर हो मेहरबानी; करदे माफ़ हम लोगो की सारी नाफ़रमानी; ईद का दिन आज आओ म.......Read Full Message
मेरे सबसे अच्छे दोस्तों के लिए खास; अपनी आँखें बंद करके मेरी हंसी के बारे में सोचो;<.......Read Full Message